Studio One में, “वोकल प्रीसेट” एक पुन: उपयोग योग्य चैनल चेन है—EQ, कंप्रेशन, डी-एसिंग, टोन कलर, डिले, और रिवर्ब—जिसे आप एक ही बार में लोड कर सकते हैं। यह गाइड दिखाता है कि प्रीसेट (FX चेन और ट्रैक प्रीसेट) कैसे चुनें और लोड करें, स्वस्थ गेन सेट करें, टोन को अपने माइक के अनुसार अनुकूलित करें, सेंड्स को रूट करें, सीन को ऑटोमेट करें, और लीड, डबल्स, हार्मनीज़, और एड-लिब्स के लिए भूमिका-आधारित संस्करण सहेजें। यदि आप एक ट्यून किया हुआ स्प्रिंगबोर्ड चाहते हैं, तो उद्देश्य-निर्मित Studio One वोकल प्रीसेट ब्राउज़ करें और फिर अपनी आवाज़ और कमरे के लिए थ्रेशोल्ड और सेंड्स को फाइन-ट्यून करें।
I. Studio One में “वोकल प्रीसेट” क्या है
Studio One आपको कई प्रीसेट कंटेनर देता है जो वोकल चेन को लोड और पुनः उपयोग करना आसान बनाते हैं:
- FX चेन प्रीसेट — मैक्रो नियंत्रणों के साथ एक सहेजा गया इंसर्ट स्टैक (वन-क्लिक चैनल स्ट्रिप)।
- ट्रैक प्रीसेट — एक ट्रैक के लिए इंसर्ट्स, क्रम, I/O, रंग, और सेंड्स को पुनः प्राप्त करता है (Studio One 6+).
- सॉन्ग टेम्पलेट — एक पूरा सेशन “स्टूडियो-तैयार” खोलता है (लेन + FX चैनल प्रीवायर्ड)।
- डिवाइस प्रीसेट — प्रति प्लग-इन सेटिंग्स (Pro EQ³/Pro EQ², कंप्रेसर, डी-एसर, एनालॉग डिले, रूम रिवर्ब/ओपनएयर, आदि)।
प्रीसेट लोड करना पहला कदम है। दूसरा कदम है इनपुट स्तर, डी-एसिंग मात्रा, प्रेजेंस, एयर, और FX संतुलन को अपनी आवाज़ और गाने के अनुसार अनुकूलित करना।
II. प्री-फ्लाइट (ताकि प्रीसेट्स सही काम करें)
- ऑडियो डिवाइस & बफ़र: ट्रैकिंग के दौरान छोटा बफ़र (64–128); मिक्सिंग के लिए बाद में बढ़ाएं।
- सेशन रेट: संगीत के लिए 44.1 kHz (वीडियो डिलीवरी के लिए 48 kHz)।
- इनपुट लक्ष्य: प्रदर्शन स्तर पर गाएं; किसी भी इंसर्ट से पहले रॉ पीक लगभग −12 से −8 dBFS के बीच रखें।
- ट्रैक लेआउट: एक ऑडियो ट्रैक जिसका नाम लीड वोक्स है और दो FX चैनल (A = स्लैप, B = प्लेट)।
- पॉप फ़िल्टर & दूरी: माइक से 10–20 सेमी; टोन को स्थिर रखने के लिए लगातार बनाए रखें।
III. एक वोकल प्रीसेट लोड करें (चार विश्वसनीय रास्ते)
1) FX चेन प्रीसेट (सबसे तेज़, मैक्रो-तैयार)
- ब्राउज़र खोलें (F5) → Effects → FX Chains → अपनी चेन को Lead Vox चैनल पर ड्रैग करें।
- मैकро पैनल (रेंच आइकन) पर क्लिक करें ताकि ट्रिम, डी-एस्स, बॉडी, प्रेजेंस, एयर, और FX नियंत्रण दिखें।
- अपनी कार्यशील कॉपी सहेजें (चैनल हेडर पर राइट-क्लिक करें → Store FX Chain) के रूप में Lead — Clean (YourName)।
2) ट्रैक प्रीसेट (लेन + सेंड्स एक साथ)
- ट्रैक हेडर पर राइट-क्लिक करें → Apply Track Preset… (या ब्राउज़र से ड्रैग करें → Track Presets)।
- इनपुट सेट करें, आर्म करें, और मॉनिटर करें। आपके इंसर्ट्स और सेंड्स एक साथ लोड होते हैं।
3) गाना टेम्पलेट (तैयार शुरुआत)
- नया गाना → अपना “वोकल स्टार्टर” टेम्पलेट चुनें जिसमें लीड/डबल्स/हार्मनी/एड-लिब्स और स्लैप/प्लेट FX चैनल हों।
- इनपुट सेट करें और रिकॉर्ड करें; बाकी सब पहले से वायर किया गया है।
4) डिवाइस प्रीसेट्स ड्रैग-ड्रॉप करें
- ब्राउज़र में, डिवाइस प्रीसेट्स (Pro EQ³, Compressor, De-Esser, आदि) को खाली इंसर्ट स्लॉट्स में ड्रैग करें ताकि एक चेन बन सके, फिर Store FX Chain करें।
IV. गेन स्टेजिंग: बनाना या तोड़ना
- इंटरफेस प्री फर्स्ट: माइक प्री सेट करें ताकि अनप्रोसेस्ड पीक −12 से −8 dBFS के बीच आएं।
- क्लिप गेन / इवेंट गेन: कम्प्रेशन से पहले जोरदार/धीमे वाक्यों को ±2–3 dB तक समायोजित करें; एडिट पॉइंट्स पर छोटे फेड जोड़ें।
- कंप A लक्ष्य: वाक्यों पर लगभग 3–5 dB गेन रिडक्शन का लक्ष्य रखें (रैशियो 2:1–3:1; अटैक 10–30 ms; रिलीज़ 80–160 ms)। लगातार 10–12 dB स्लैम न करें।
- पोस्ट-चेन पीक: ट्रैक पीक को लगभग −6 से −3 dBFS के आसपास रखें; मास्टरींग के लिए लाउडनेस छोड़ें।
- लेवल-मैच A/B: चेन के अंत में अंतिम गेन/ट्रिम रखें ताकि प्रीसेट्स की तुलना “ज्यादा तेज़ वाला जीतता है” से प्रभावित न हो।
V. पाँच नियंत्रण जिन्हें आप हर गाने में छुएंगे
- डी-एस्स (6–8 kHz): तब तक घुमाएं जब तक ईयरबड्स शिकायत करना बंद न करें; व्यंजन धुंधले होने से पहले रोकें।
- बॉडी (120–200 Hz): अगर पतला हो तो गर्माहट जोड़ें; अगर बूथ बॉक्सी हो तो 250–350 Hz कम करें।
- Presence (3–4 kHz): केवल तभी थोड़ा चौड़ा उठाव जब उच्चारण छिपे। अगर हैट्स/क्लैप्स तेज़ हैं, तो आवाज़ बढ़ाने के बजाय बीट को काटें।
- एयर (10–12 kHz): माइक्रो शेल्फ केवल सिबिलेंस शांत होने के बाद।
- FX मिश्रण: स्लैपबैक 90–120 ms + शॉर्ट प्लेट 0.7–1.0 s (प्री-डिले 20–50 ms)। वर्सेज़ सूखे; हुक्स खुले।
VI. लीड बनाम स्टैक्स: "फैमिली" बनाएं, क्लोन नहीं
- लीड: मोनो-ट्रू सेंटर; न्यूनतम वाइडनर्स; कहानी को आगे बढ़ाने के लिए वॉल्यूम को नियंत्रित करें।
- Doubles L/R: लीड से उच्च HPF; थोड़ा अधिक डी-एस; −6 से −9 dB नीचे टक करें; माइक्रो-पैन L/R; मोनो में गिरने वाले कोरस वाइडनर्स से बचें।
- हार्मनीज़: गहरा EQ; डबल्स से चौड़ा; केवल जरूरत हो तो 5 kHz के पास +0.5–1 dB शिमर के लिए।
- Ad-libs: संकीर्ण बैंडविड्थ (HPF ~200 Hz, LPF ~8–10 kHz); साइड-पैन; ट्रांजिशन पर छोटे थ्रो इको।
प्रत्येक भूमिका के लिए एक FX चेन या ट्रैक प्रीसेट सहेजें—लीड — क्लीन, डबल — टाइट, हार्मनी — वाइड, एड-लिब — फोन—ताकि रिकॉल तुरंत और सुसंगत हो।
VII. समय और स्थान: FX चैनल भारी काम करते हैं
- दो FX चैनल बनाएं: A = स्लैप (एनालॉग डिले या बीट डिले), B = प्लेट (रूम रिवर्ब/ओपनएयर प्लेट IR)।
- फ़िल्टर रिटर्न: प्रत्येक FX चैनल पर प्रो EQ³ डालें; HPF ~150 Hz, LPF ~6–7 kHz ताकि टेल्स ईयरबड्स पर कभी फुसफुसाएं नहीं।
- डकिंग ट्रिक: स्लैप FX चैनल पर कंप्रेसर डालें; लीड से साइडचेन करें; तेज़ अटैक/रिलीज़; ~1–2 dB GR ताकि गूंज रिक्त स्थान में खिलें।
- सेंड ऑटोमेशन: हुक्स में +1–2 dB; घने पदों में कम करें; टेल्स को फ़िल्टर रखें।
VIII. मैक्रो नियंत्रण (FX चेन = आपका चैनल स्ट्रिप)
- FX चेन संपादक खोलें → मैक्रो नियंत्रण. नॉब बनाएं: ट्रिम, डी-एस, बॉडी, प्रेजेंस, एयर, FX।
- प्रत्येक नॉब को मुख्य पैरामीटर से मैप करें (जैसे, डी-एसर मात्रा, प्रो EQ शेल्व्स, डिले/रिवर्ब सेंड)।
- उपयोगी रेंज सेट करें ताकि एक चौथाई टर्न कुछ संगीतात्मक करे, चरम नहीं।
- FX चेन को स्टोर करें ताकि हर सेशन आपके “चैनल स्ट्रिप” के साथ एक क्लिक में लोड हो।
IX. स्टॉक “सेफ चेन” (कहीं भी पुनर्निर्माण योग्य)
- प्रो EQ³/प्रो EQ² (पहला): HPF 80–100 Hz; चौड़ा −1 से −2 dB 250–350 Hz पर यदि बॉक्सी हो; नाक जैसा हो तो 1 kHz के पास टाइट नॉच।
- कंप्रेसर (Comp A, शेप): अनुपात 2:1–3:1; अटैक 10–30 ms; रिलीज़ 80–160 ms; वाक्यांशों पर ~3–5 dB GR।
- डी-एसर: केंद्र ~6–8 kHz; तब तक कम करें जब तक S/T/SH ईयरबड्स पर आरामदायक न हों।
- कंप्रेसर (Comp B, कैचर): तेज़, 1–2 dB GR सेंड स्तरों और पीक्स को स्थिर करने के लिए।
- रंग (वैकल्पिक): Softube-शैली सैचुरेशन नॉब (यदि इंस्टॉल हो) या स्टॉक सैचुरेशन; बहुत कम मिक्स; आउटपुट मेल खाता है।
- प्रो EQ (पॉलिश): +0.5–1 dB चौड़ा 3–4 kHz पर केवल यदि उच्चारण छिपा हो; आखिरी में छोटा 10–12 kHz शेल्फ।
- सेंड्स: स्लैप के लिए एनालॉग/बीट डिले; रूम रिवर्ब/ओपनएयर प्लेट; फ़िल्टर रिटर्न।
इसे एक FX चेन के रूप में लपेटें; मैक्रो नियंत्रण जोड़ें; Lead — Stock Clean (S1) के रूप में सहेजें; प्रत्येक गाने के लिए हल्के/भारी संस्करण बनाएं।
X. तेज़ ऑडिशन (अपने कानों को धोखा दिए बिना)
- 10–20 सेकंड के वाक्यांश को शांत और जोर से शब्दों के साथ लूप करें।
- चेन के अंत में अंतिम गेन रखें ताकि स्तर मेल खाए; ब्राउज़र से FX चेन या ट्रैक प्रीसेट्स को पलटें।
- वह चुनें जो ईयरबड्स/फोन पर सही से ट्रांसलेट हो, केवल सबसे चमकीला विकल्प नहीं।
XI. टू-ट्रैक बीट सर्वाइवल (ब्राइट हैट्स, हेवी सब्स)
जब इंस्ट्रुमेंटल एक स्टीरियो फ़ाइल हो, तो आवाज़ पर “अधिक चमक” के बजाय टकराव कम करें:
- बीट पर मिड डिप (डायनामिक): इंस्ट्रुमेंटल बस पर Pro EQ डालें; 3 kHz के आसपास एक सौम्य बेल बनाएं; एक कम्प्रेसर को वोकल से साइडचेन करें और EQ बैंड को लिंक (या ऑटोमेट) करें ताकि आवाज़ बोलते समय केवल −1–2 dB की कटौती हो।
- स्प्लैश नियंत्रण: लीड की एयर को कंजर्वेटिव रखें; अगर हैट्स ठंडे लग रहे हों तो LPF ~6–7 kHz पर लौटाएं।
- मोनो जांच: अस्थायी रूप से मॉनिटर पाथ को जोड़ें; कहानी फोन स्पीकर पर भी स्पष्ट होनी चाहिए।
XII. ट्रैकिंग बनाम मिक्सिंग: क्या प्रिंट करें
सूखा रिकॉर्ड करें, गीला सुनें: लीड पर प्रीसेट के माध्यम से मॉनिटर करें लेकिन एक साफ़ टेक प्रिंट करें। यदि सहयोगी को “डेमो वाइब” चाहिए, तो लीड को PRINT ट्रैक पर बस करें और एक गीला सेफ्टी रिकॉर्ड करें (Lead_Wet)।
देर से कमिट करें: अंत के करीब भारी FX को रेंडर/फ्रीज करें; पुनः प्राप्ति के लिए एक _FXPRINT ऑडियो ट्रैक रखें।
XIII. लाइन बेचने वाली ऑटोमेशन (माइक्रो, न कि मैक्रो)
- वॉल्यूम राइड्स: डाउनबीट्स में +0.5–1 dB; टंग-ट्विस्टर्स पर −0.5 dB।
- De-ess थ्रेशोल्ड: ब्राइट अक्षरों पर थोड़ा कड़ा; डार्क वाक्यांशों पर ढीला।
- FX कोरियोग्राफी: स्लैप/प्लेट को हुक में उठाएं; वर्स में कम करें; टेल्स को फ़िल्टर रखें।
XIV. संगठन और पुनः प्राप्ति (अब मिनट, बाद में घंटे)
-
नाम जो क्रमबद्ध होते हैं:
लीड — क्लीन
,लीड — एयर+
,रैप — पंच
,हार्मनी — वाइड
,एड-लिब — फोन
. - प्रत्येक भूमिका के लिए एक: लीड/डबल्स/हार्मोनियों के लिए अलग FX चेन/ट्रैक प्रीसेट्स ओवर-डी-एसिंग स्टैक्स या केंद्र को ओवर-ब्राइट करने से रोकते हैं।
- टेम्पलेट: "स्टार्टर — वोकल्स (Studio One)" सॉन्ग टेम्पलेट रखें जिसमें लेन और FX चैनल हों; हर गाना इससे शुरू करें।
XV. समस्या निवारण (समस्या → केंद्रित कदम)
- एयर जोड़ने के बाद कठोर S ध्वनियाँ: डी-एससर को थोड़ा बढ़ाएं; एयर को लगभग 0.5 dB कम करें; LPF रिटर्न्स को लगभग 6–7 kHz पर सेट करें।
- 808 के नीचे वोकल डूबता है: वर्सेज को सूखा रखें; थोड़ा प्रेजेंस बढ़ाएं; लाइनों के दौरान बीट पर सूक्ष्म 2–4 kHz डिप लगाएं।
- क्लिक्स या क्रैकल्स: मिक्सिंग के दौरान बफ़र बढ़ाएं; रेंडर तक भारी ओवरसैंपलिंग अक्षम करें; पृष्ठभूमि ऐप्स बंद करें।
- प्रीसेट एक्सपोर्ट पर अलग सुनाई देता है: गुणवत्ता/ओवरसैंपलिंग मोड की पुष्टि करें; मास्टर क्लिपिंग से बचें; सेशन रेट पर रेंडर करें।
- चेन आपके माइक्रोफोन पर “मृत” लगती है: डी-एस को कम करें; लो-मिड कट्स को घटाएं; 150–180 Hz की छोटी सी लिफ्ट छाती को बिना मैला किए पुनर्स्थापित कर सकती है।
- लेवल A/B परीक्षणों में कूदते हैं: अंतिम गेन के साथ आउटपुट मिलाएं; तेज़ आवाज़ कान को अनुचित रूप से जीतती है।
XVI. और जानें (अगला सबसे अच्छा कदम)
हैंड-ऑफ तब अधिक सहज होते हैं जब स्टेम्स साफ और सुसंगत होते हैं। Studio One से स्टेम्स को चरण-दर-चरण एक्सपोर्ट करने के इस वॉकथ्रू में नामकरण, शुरुआत और अंत दिखाए गए हैं जो कहीं भी साफ़ खुलते हैं।
XVII. त्वरित कार्य योजना (कॉपी करने योग्य)
- एक FX चेन या ट्रैक प्रीसेट लोड करें; इनपुट सेट करें ताकि कच्चे पीक −12 से −8 dBFS पर आएं; कम्प A 3–5 dB तक छूता है।
- “सॉफ्ट-ब्राइट” के लिए डी-एस करें, केवल तभी थोड़ा प्रेजेंस जोड़ें जब उच्चारण छिपा हो; एयर को संयमित रखें।
- FX चैनलों पर स्लैप/प्लेट रूट करें; रिटर्न्स को फ़िल्टर करें; लीड से स्लैप को डक करें; हुक्स में सेंड्स को ऑटोमेट करें।
- भूमिका-आधारित संस्करण (लीड, डबल्स, हार्मोनियाँ, एड-लिब्स) सहेजें; एक सॉन्ग टेम्पलेट रखें।
- रफ्स को हेडरूम के साथ रेंडर करें; मास्टर को अनक्लिप्ड रखें; मास्टरींग के लिए लाउडनेस छोड़ें।
अच्छी तरह से उपयोग किए जाने पर, वोकल प्रीसेट विश्वसनीय शॉर्टकट होते हैं—सहारे नहीं। हेडरूम को स्वस्थ रखें, छोटे बदलाव करें, जो महत्वपूर्ण हो उसे ऑटोमेट करें, और आपकी आवाज़ बिना कठोरता के आगे बैठेगी—गाना दर गाना। इस DAW के लिए त्वरित शुरुआत के लिए, क्यूरेटेड Studio One vocal presets लें और अपने "सबसे उपयुक्त" संस्करण लॉक करें ताकि परिणाम लगातार और दोहराने योग्य हों।